Bible

Focus

On Your Ministry and Not Your Media

Try RisenMedia.io Today!

Click Here

Psalms 16

:
Hindi - CLBSI
1 हे परमेश्‍वर, मुझे सुरक्षित रख; क्‍योंकि मैं तेरी शरण में आया हूँ।
2 मैंने प्रभु से यह कहा, “तू ही मेरा स्‍वामी है; तुझसे अलग मेरी भलाई नहीं।”
3 पवित्र जन, जो धरती पर हैं, आदरणीय हैं, उनमें ही मेरा समस्‍त सुख है।
4 जो व्यक्‍ति अन्‍य देवताओं का अनुसरण करते हैं, वे अपने दु:ख को बढ़ाते हैं। मैं उन देवताओं के लिए रक्‍त की पेयबलि उण्‍डेलूंगा, और उनका नाम ही अपनी जीभ पर लाऊंगा।
5 प्रभु, तू मेरा कटोरा है, तू मेरा अंश है, जो मुझे दिया गया है। तू ही मेरे भाग को सम्‍भालता है।
6 मेरे लिए माप की डोरी रमणीय स्‍थान में पड़ी, निस्‍संदेह मेरी पैतृक सम्‍पत्ति उत्तम है।
7 मैं प्रभु को धन्‍य कहूंगा; वह मुझे परामर्श देता है। घोर अंधकार में भी मेरा हृदय मुझे चेतावनी देता है।
8 मैं प्रभु को निरन्‍तर अपने समक्ष रखता हूँ; वह मेरी दाहिनी ओर है, इसलिए मैं अटल हूँ।
9 अत: मेरा हृदय हर्षित और प्राण उल्‍लसित है। मेरा शरीर भी सुरक्षित है।
10 तूने मेरे प्राण को मृतक-लोक में नहीं छोड़ा, और अपने भक्‍त को मृत्‍यु का ग्रास बनने दिया।
11 तू मुझे जीवन-मार्ग दिखाता है; तेरी उपस्‍थिति परमानन्‍द है; तेरे दाहिने हाथ में सदा-सर्वदा स्‍वर्ग-सुख है।