Jeremiah 19
1 तब प्रभु ने यिर्मयाह से कहा, ‘जा और कुम्हार से एक सुराही खरीद। तब जनता के कुछ धर्मवृद्ध और कुछ अनुभवी पुरोहितों को अपने साथ ले,
2 और बेन-हिन्नोम की घाटी की ओर चला जा। वहां तू ठीकरी-द्वार पर खड़ा होना, जहां टूटे-फूटे बर्तनों का मलवा फेंका जाता है। ठीकरी-द्वार से तू मेरे सन्देश को सुनाना, जो मैं तुझे दूंगा।
3 तू उन से यह कहना: “ओ यहूदा प्रदेश के राजाओ और यरूशलेम के निवासियो, प्रभु का सन्देश सुनो। इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है; सुनो, मैं इस देश पर ऐसी विपत्ति ला रहा हूं कि उसके विषय में जो भी सुनेगा, उसका कलेजा दहल जाएगा।
4 क्योंकि तुम लोगों ने मुझ-प्रभु की आराधना त्याग कर इस स्थान में अन्य देवी-देवताओं को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाए हैं, और यों मेरे निवास-स्थान को अपवित्र कर दिया है। इन देवी-देवताओं की उपस्थिति का अनुभव न तुम्हें, न तुम्हारे पूर्वजों और न यहूदा प्रदेश के राजाओं को हुआ है। तुम ने निर्दोष बच्चों के खून से इस स्थान को भर दिया है।
5 तुम ने बअल देवता के लिए ऊंचे टीलों पर वेदियाँ बनायी हैं ताकि तुम अपने बच्चों को अग्नि में बअल देवता को अर्पित करो, उसको अग्नि-बलि चढ़ाओ। ऐसा घृणित कार्य करने का न मैंने तुम्हें आदेश दिया और न ही अनुमति दी; और न कभी यह घृणित बात मेरे मन में आयी ही थी।
6 अत: मुझ-प्रभु का यह कथन है: सुनो, वे दिन आ रहे हैं, जब यह स्थान न तोपेत कहलाएगा, और न बेन-हिन्नोम की घाटी ही; वरन् यह स्थान ‘महावध की घाटी’ कहलाएगा।
7 मैं इस स्थान पर यहूदा प्रदेश के राजाओं और यरूशलेम के निवासियों की समझ रूपी सुराही खाली कर दूंगा, और उनके सैनिकों तथा लोगों के शरीर तलवार से कट-कटकर उनके शत्रुओं के सम्मुख, उनके प्राण के खोजियों के सामने गिरने लगेंगे। उनकी लाशें आकाश के पक्षियों और भूमि के पशुओं का आहार बन जाएँगी।
8 यह नगर एक आतंकपूर्ण नगर बन जाएगा, जिस से लोग व्याकुल होंगे। यहां से गुजरनेवाले राहगीर इसके विनाश को देखकर डर से कांप उठेंगे; वे चकित होंगे और घबरा जाएंगे।
9 जब उनके शत्रु और उनके प्राण के खोजी यरूशलेम नगर को घेर लेंगे, और यहूदा प्रदेश संकट में पड़ जाएगा तब हर आदमी अपने पड़ोसी का मांस खाएगा। मैं मां-बाप को उनके बेटों और बेटियों का मांस खिलाऊंगा।”
10 ‘यिर्मयाह, तू अपने साथ के लोगों के सम्मुख सुराही को तोड़ देना।
11 और उनसे कहना, “स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: इसी प्रकार मैं इन लोगों को और इस नगर को ऐसा तोड़ूंगा जैसे मिट्टी की सुराही को तोड़ा जाता है। जैसे टूटी हुई सुराही फिर नहीं जुड़ती वैसे ही ये लोग और यह नगर फिर नहीं बसेगा। कब्रिस्तान में गाड़ने के लिए जगह नहीं होगी, इसलिए लोगों के शव तोपेत गाह में गाड़े जाएंगे।
12 इस नगर और इसके निवासियों के साथ मैं ऐसा ही करूंगा। मैं-प्रभु कहता हूँ: मैं इस नगर को तोपेत गाह के समान ही बनाऊंगा।
13 यहूदा प्रदेश के राजाओं के महल, यरूशलेम निवासियों के मकान, जहां आकाश की प्राकृतिक शक्तियों को सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाया गया है, अन्य देवी-देवताओं को पेय-बलि चढ़ायी गयी है, वे सब घर तोपेत पूजा-स्थल के समान अशुद्ध होंगे।” ’
14 यिर्मयाह उस तोपेत नामक स्थान से लौटे, जहां प्रभु ने उनको नबूवत करने के लिए भेजा था। वह यरूशलेम के मन्दिर के आंगन में खड़े हुए। यिर्मयाह ने सब लोगों से कहा,
15 ‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: जिस विपत्ति की घोषणा मैंने तुम्हारे हठ और दुराचरण के कारण की है, वह मैं इस नगर और यहूदा प्रदेश के सब नगरों पर ला रहा हूं; क्योंकि तुमने अपना हृदय कठोर बना लिया है, और मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया है।’