Bible

Elevate

Your Sunday Morning Worship Service

Try RisenMedia.io Today!

Click Here

Psalms 14

:
Hindi - CLBSI
1 मूर्ख अपने हृदय में यह कहते हैं, “परमेश्‍वर है ही नहीं।” वे भ्रष्‍ट हो गए हैं और घृणास्‍पद कार्य करते हैं, ऐसा कोई भी नहीं जो भलाई करता है।
2 प्रभु स्‍वर्ग से मनुष्‍यों पर दृष्‍टिपात करता है यह देखने के लिए कि क्‍या कोई ऐसा मनुष्‍य है, जो समझ से काम लेता है, जो परमेश्‍वर को खोजता है?
3 सब मनुष्‍य मार्ग से भटक गए हैं, सब एक-जैसे भ्रष्‍ट हो गए हैं; ऐसा कोई भी नहीं, जो भलाई करता है; नहीं, एक भी नहीं।
4 क्‍या कुकर्मी नहीं समझते, मेरे लोगों का खून चूसने वाले कुकर्मी, क्‍या वे सब बिलकुल नासमझ हैं? वे मुझ-प्रभु की आराधना नहीं करते।
5 वहाँ वे अत्‍यन्‍त आतंकित हो उठे; क्‍योंकि परमेश्‍वर धार्मिक पीढ़ी के साथ है।
6 वे पीड़ित व्यक्‍ति के प्रयत्‍न विफल करना चाहते हैं। परन्‍तु प्रभु उसका आश्रय-स्‍थल है।
7 भला हो कि सियोन पर्वत से इस्राएल का उद्धार प्रकट हो। जब प्रभु अपने निज लोगों को समृद्धि पुन: प्रदान करेगा, तब याकूब आनन्‍द मनाएगा, और इस्राएल हर्षित होगा।