Bible

Focus

On Your Ministry and Not Your Media

Try RisenMedia.io Today!

Click Here

Numbers 36

:
Hindi - CLBSI
1 यूसुफ के वंशजों में से गिलआद के वंश के विभिन्न परिवारों के मुखिया मूसा के पास आए। गिलआद माकीर का पुत्र और मनश्‍शे का पोता था। उन्‍होंने मूसा और इस्राएली समाज के परिवारों के मुखियों के सम्‍मुख कहा,
2 ‘हे हमारे स्‍वामी, प्रभु ने आपको आज्ञा दी थी कि आप यह देश चिट्ठी डालकर पैतृक अधिकार के लिए इस्राएलियों को दे दें। प्रभु ने आपको यह भी आज्ञा दी थी कि आप हमारे भाई सलापहद की पैतृक भूमि उसकी पुत्रियों को सौंप दें।
3 किन्‍तु यदि वे इस्राएली कुलों के अन्‍य पुत्रों से विवाह करेंगी, तो उनकी पैतृक भूमि हमारे कुल की पैतृक भूमि से अलग की जाएगी, और वह उस कुल में सम्‍मिलित की जाएगी, जिसमें उनका विवाह होगा। इस प्रकार हमारा पैतृक भूमि-भाग कम हो जाएगा।
4 जब इस्राएलियों का जुबली वर्ष आएगा, तब सलापहद की पुत्रियों की पैतृक भूमि उस कुल की पैतृक भूमि में सम्‍मिलित कर ली जाएगी, जिसमें उनका विवाह होगा। उनकी पैतृक भूमि हमारे पिता के कुल की पैतृक भूमि में से अलग की जाएगी।’
5 मूसा ने प्रभु की आज्ञा के अनुसार इस्राएली समाज को आदेश दिया, ‘यूसुफ-वंशीय कुल न्‍यायोचित बात कहता है।
6 प्रभु ने सलापहद की पुत्रियों के सम्‍बन्‍ध में यह आज्ञा दी है: जो पुरुष उनकी दृष्‍टि में अच्‍छे हैं, वे उनसे विवाह करें; किन्‍तु वे अपने पिता के कुल के गोत्र में ही विवाह करेंगी।
7 इस्राएली समाज की पैतृक भूमि एक कुल से दूसरे कुल में हस्‍तान्‍तरित नहीं होगी। प्रत्‍येक इस्राएली व्यक्‍ति अपनी पैतृक कुल की भूमि से सम्‍बद्ध रहेगा।
8 प्रत्‍येक कन्‍या, जो किसी भी इस्राएली कुल में पैतृक भूमि की उत्तराधिकारिणी होगी, वह अपने पिता के कुल के ही गोत्र के पुरुष की पत्‍नी बनेगी, जिससे प्रत्‍येक इस्राएली पुरुष अपने पूर्वजों की भूमि का उत्तराधिकारी बना रहे।
9 इस कारण पैतृक भूमि एक कुल से दूसरे कुल में हस्‍तान्‍तरित नहीं होगी। प्रत्‍येक इस्राएली कुल अपनी पैतृक भूमि से सम्‍बद्ध रहेगा।’
10 जैसी आज्ञा प्रभु ने मूसा को दी थी, वैसा ही सलापहद की पुत्रियों ने किया।
11 इसलिए सलापहद की पुत्रियों ने, अर्थात् महला, तीर्सा, हाग्‍ला, मिल्‍का और नोआ ने अपने चाचाओं के पुत्रों से विवाह कर लिया।
12 उनका विवाह यूसुफ के पुत्र मनश्‍शे-वंशीय गोत्र में हुआ, और इस प्रकार उनकी पैतृक भूमि उनके पिता के गोत्र के कुल में ही बनी रही।
13 जो आज्ञाएं और न्‍याय-सिद्धान्‍त प्रभु ने मूसा के द्वारा इस्राएली समाज को मोआब के मैदान में, यर्दन नदी के किनारे यरीहो के सम्‍मुख दिए, वे ये ही हैं।