Numbers 28
1 प्रभु मूसा से बोला,
2 ‘तू इस्राएली समाज को यह आज्ञा देना, उनसे कहना, “तुम मेरा चढ़ावा, अग्नि में अर्पित मेरा आहार, मेरी सुखद सुगन्ध निर्धारित समय पर चढ़ाने का ध्यान रखना।”
3 तू उनसे यह भी कहना, यह अग्नि में अर्पित चढ़ावा है, जो तुम प्रभु को चढ़ाओगे: एक-एक वर्षीय दो निष्कलंक मेमने प्रतिदिन निरन्तर अग्नि-बलि के रूप में चढ़ाना।
4 तुम एक मेमना सबेरे चढ़ाना, और दूसरा मेमना सन्ध्या समय चढ़ाना।
5 इसके अतिरिक्त पेर कर निकाले गए दो लिटर तेल-सम्मिश्रित एक किलो मैदा अन्न-बलि में अर्पित करना।
6 यह निरन्तर अग्नि-बलि है, जिसको सीनय पर्वत पर सुखद सुगन्ध के हेतु मुझ-प्रभु के लिए अग्नि में अर्पित बलि के रूप में निश्चित किया गया था।
7 उसकी पेय-बलि में प्रत्येक मेमने के साथ दो लिटर अंगूर का रस होगा। तुम मुझ-प्रभु को अंगूर के रस की पेय-बलि पवित्र स्थान में चढ़ाना।
8 तुम दूसरा मेमना सन्ध्या समय चढ़ाना। सबेरे चढ़ाई गई अन्न-बलि के सदृश, उसकी पेय-बलि के समान सुखद सुगन्ध के हेतु मुझ-प्रभु के लिए अग्नि में अर्पित बलि के रूप में उसको चढ़ाना।
9 ‘तुम विश्राम दिवस पर एक-एक वर्षीय दो निष्कलंक मेमने, अन्न-बलि के लिए तेल-सम्मिश्रित दो किलो मैदा, और उसकी पेय-बलि चढ़ाना।
10 यह निरन्तर अग्नि-बलि तथा उसकी पेय-बलि के अतिरिक्त प्रत्येक विश्राम दिवस की अग्नि-बलि है।
11 ‘तुम प्रत्येक महीने के प्रथम दिन मुझ-प्रभु के लिए यह अग्नि-बलि चढ़ाना: दो बछड़े, एक मेढ़ा, एक-एक वर्षीय सात निष्कलंक मेमने।
12 प्रत्येक बछड़े के साथ अन्न-बलि के लिए तेल-सम्मिश्रित अढ़ाई किलो मैदा; मेढ़े के साथ अन्न-बलि के लिए तेल-सम्मिश्रित दो किलो मैदा,
13 और प्रत्येक मेमने के साथ अन्न-बलि के रूप में तेल-सम्मिश्रित एक किलो मैदा। इन्हें सुखद सुगन्ध की अन्न-बलि के हेतु प्रभु के लिए अग्नि में अर्पित बलि के रूप में चढ़ाना।
14 इनके साथ चढ़ाई जाने-वाली पेय-बलि इस प्रकार है: प्रत्येक बछड़े के साथ साढ़े तीन लिटर अंगूर का रस; मेढ़े के साथ अढ़ाई लिटर अंगूर का रस, और प्रत्येक मेमने के साथ दो लिटर अंगूर का रस। यह मासिक अग्निबलि है, वर्ष के प्रत्येक महीने के लिए है।
15 प्रभु के लिए पाप-बलि में एक बकरा भी चढ़ाना। यह निरन्तर अग्नि-बलि तथा उसकी पेय-बलि के अतिरिक्त चढ़ाया जाएगा।
16 ‘पहिले महीने के चौदहवें दिन प्रभु का पास्का (फसह) पर्व है।
17 इसी महीने के पन्द्रहवें दिन यात्रा-पर्व है। सात दिन तक बेखमीर रोटी खाई जाएगी।
18 पहले दिन पवित्र समारोह आयोजित किया जाएगा। तुम उस दिन किसी भी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना;
19 वरन् मुझ-प्रभु को अग्नि-बलि अर्थात् अग्नि में यह चढ़ावा चढ़ाना: दो बछड़े, एक मेढ़ा और एक-एक वर्षीय सात मेमने। ध्यान देना कि ये निष्कलंक हों।
20 तुम उनके साथ चढ़ाई जानेवाली अन्न-बलि में प्रत्येक बछड़े के साथ अढ़ाई किलो, मेढ़े के साथ दो किलो
21 और हरएक मेमने के साथ एक किलो तेल-सम्मिश्रित मैदा चढ़ाना।
22 अपने प्रायश्चित्त के लिए पाप-बलि में एक बकरा भी चढ़ाना।
23 तुम सबेरे की अग्नि-बलि के अतिरिक्त जो निरन्तर अग्नि-बलि है, इन्हें चढ़ाना।
24 तुम सात दिन तक इस रीति से प्रति दिन प्रभु के लिए सुखद सुगन्ध, अग्नि में अर्पित आहार चढ़ाना। यह निरन्तर अग्नि-बलि तथा उसकी पेय-बलि के अतिरिक्त चढ़ाया जाएगा।
25 तुम सातवें दिन पवित्र समारोह आयोजित करना। उस दिन किसी भी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना।
26 ‘प्रथम फल के दिन, जब तुम सप्त-सप्ताह पर्व पर नव अन्न की अन्न-बलि चढ़ाओगे, तब पवित्र समारोह आयोजित करना। उस दिन किसी भी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना;
27 वरन् मुझ-प्रभु को यह अग्नि-बलि, सुखद सुगन्ध चढ़ाना: दो बछड़े, एक मेढ़ा और एक-एक वर्षीय सात मेमने।
28 तुम उनके साथ चढ़ाई जानेवाली अन्न-बलि में प्रत्येक बछड़े के साथ अढ़ाई किलो, मेढ़े के साथ दो किलो
29 तथा हरएक मेमने के साथ एक किलो तेल-सम्मिश्रित मैदा चढ़ाना।
30 अपने प्रायश्चित्त के लिए एक बकरा भी चढ़ाना।
31 तुम, निरन्तर अग्नि-बलि और उसकी अन्न-बलि के अतिरिक्त इन्हें इनकी पेय-बलि के साथ चढ़ाना। ध्यान देना कि वे निष्कलंक हों।