Jeremiah 24
1 जब बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर यहूदा प्रदेश के राजा यकोन्याह बेन-यहोयाकीम को, तथा यहूदा प्रदेश के सामन्तों, कारीगरों और लोहारों की बन्दी बना कर यरूशलेम नगर से ले गया, और उनको बेबीलोन नगर में लाया, तब प्रभु ने मुझ को यह दर्शन दिखाया। मैंने यह देखा: प्रभु के मन्दिर के आंगन के सम्मुख दो टोकरियां हैं, जिन में अंजीर के फल हैं।
2 एक टोकरी के फल मौसम के प्रथम फलों के सदृश बहुत अच्छे हैं। किन्तु दूसरी टोकरी में खराब फल हैं, जो इतने खराब हैं कि कोई उन को खा भी नहीं सकता।
3 प्रभु ने मुझ से पूछा, ‘यिर्मयाह, तुझे क्या दिखाई दे रहा है?’ मैंने कहा, ‘दो प्रकार के अंजीर के फल: अच्छे... बहुत अच्छे, और बुरे... बहुत बुरे, इतने बुरे कि उन को कोई खा भी नहीं सकता।’
4 तब प्रभु का यह सन्देश मुझे मिला।
5 इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है, ‘इन अच्छे अंजीर फलों के सदृश मैं यहूदा प्रदेश से निष्कासित लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करूंगा। यद्यपि मैंने उनको इस देश से निकाल कर कसदी जाति के देश में भेज दिया है,
6 तो भी मैं उनका भला करने के उद्देश्य से उन पर दृष्टि करूंगा, और उन को फिर इस देश में वापस लाऊंगा। मैं उन को पुन: स्थापित करूंगा, और फिर कभी उन को ध्वस्त नहीं करूंगा। मैं उनको पुन: बोऊंगा, और उनको जड़-मूल से नहीं उखाड़ूंगा।
7 मैं उन को ऐसा हृदय दूंगा, जिससे वे मुझे जानेंगे कि मैं ही प्रभु हूं। मैं उनका परमेश्वर हूंगा, और वे मेरे निज लोग होंगे, क्योंकि वे सच्चे हृदय से मेरे पास लौटे आएंगे।’
8 प्रभु यों कहता है, ‘बुरे अंजीर फलों के समान, जो इतने बुरे हैं कि खाए भी नहीं जा सकते, मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह, सामंतों और यरूशलेम के बचे हुए निवासियों तथा मिस्र देश के रहनेवालों के साथ बुरा व्यवहार करूंगा।
9 मैं उनको पृथ्वी के समस्त राज्यों के लिए आतंक का कारण बना दूंगा। मैं उनको जिन-जिन देशों में हांक कर ले जाऊंगा वहां-वहां के लोग उनकी निंदा करेंगे, उनका उपहास करेंगे, उनको ताना मारेंगे और शाप देंगे।
10 जो देश मैंने उनको और उनके पूर्वजों को दिया था, उस में जब तक वे पूर्णत: नष्ट नहीं हो जाएंगे, मैं उनको तलवार, महामारी और अकाल से नष्ट करता रहूंगा।’