Ezekiel 35
1 प्रभु का यह सन्देश मुझे मिला। प्रभु ने मुझसे कहा,
2 ‘ओ मानव, सेईर पहाड़ की ओर, एदोम राष्ट्र की ओर मुख कर, और उसके विनाश की नबूवत कर।
3 तू यह कहना: स्वामी-प्रभु यों कहता है, ओ सेईर पहाड़, मैं तेरे विरुद्ध हूं। तुझ पर प्रहार करने के लिए मैंने अपना हाथ बढ़ाया है। मैं तुझ को उजाड़ दूंगा। तेरा देश निर्जन हो जाएगा।
4 मैं तेरे नगरों को उजाड़ दूंगा। तू उजड़ जाएगा। तब तुझे मालूम होगा कि मैं प्रभु हूं।
5 ‘तू सदा से इस्राएलियों के साथ शत्रुता रखता रहा है। जब वे अपने अधर्म के कारण संकट में पड़े हुए थे और उनके अन्तिम दण्ड का समय आ गया था, तब तूने तलवार से उनको मारा था।
6 अत: मैं, स्वामी-प्रभु कहता हूँ: मुझे अपने जीवन की सौगन्ध है! मैं तुझको वध के लिए तैयार करूंगा, और उनकी हत्या का पाप तेरा पीछा करेगा! तूने हत्या की है, और दोषी ठहरा है; अत: हत्या का पाप तेरा पीछा करेगा।
7 ओ एदोम राष्ट्र, ओ सेईर के पहाड़ी देश, मैं तुझको उजाड़ दूंगा, निर्जन बना दूंगा। जो भी यात्री तुझ में से होकर आएगा, मैं उसको नष्ट कर दूंगा।
8 ओ एदोम राष्ट्र, मैं तेरे पहाड़ों को लोथों से पाट दूंगा। तेरे टीलों, घाटियों और गड्ढों में तलवार से वध हुए लोगों के शव पड़े होंगे।
9 मैं तुझको युग-युग के लिए उजाड़ दूंगा, और तेरे नगर फिर कभी आबाद नहीं होंगे। तब तुझको मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूँ।’
10 ‘तूने कहा था, “ये दो राज्य, ये दो प्रदेश−इस्राएल और यहूदा मेरे हैं। हम इन पर अधिकार करेंगे,” यद्यपि मैं, प्रभु वहाँ था।
11 मैं, स्वामी-प्रभु, अपने जीवन की सौगन्ध खाता हूं: तूने उनके प्रति घृणा की। अपनी घृणा के कारण उनसे क्रोध किया और उनसे शत्रुता का व्यवहार किया, इसलिए मैं भी तुझसे ऐसा ही व्यवहार करूंगा। मैं तेरा न्याय करूंगा, और तुझको दण्ड दूंगा, और यों स्वयं को तुझ पर प्रकट करूंगा।
12 ओ एदोम, तूने इस्राएल देश के पहाड़ी क्षेत्रों के विरुद्ध तिरस्कारपूर्ण वचन कहे हैं, और मैं-प्रभु ने उन सबको सुना है। तूने कहा है, “इस्राएल के ये पहाड़ी क्षेत्र उजाड़ पड़े हैं। ये हमें हड़पने के लिए दिए गए हैं।”
13 तूने मेरे विरुद्ध अपने मुंह से बड़ी-बड़ी बातें कीं, अपने आप को गर्व से फुलाया। मैंने स्वयं यह सब सुना है।
14 इसलिए मैं, स्वामी-प्रभु यह कहता हूँ: मैं तुझको उजाड़ दूंगा, और सारी दुनिया आनन्द मनाएगी।
15 जब इस्राएल-वंशियों की पैतृक भूमि उजड़ गई थी, तब तू उनके विनाश से आनन्दित हुआ था। ऐसा ही व्यवहार मैं तेरे साथ करूंगा। ओ सेईर पहाड़, ओ समस्त एदोम राष्ट्र, तू एकदम उजाड़ हो जाएगा। तब तुझे ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं।