Bible

Power Up

Your Services with User-Friendly Software

Try RisenMedia.io Today!

Click Here

1 Thessalonians 1

:
Hindi - CLBSI
1 पिता परमेश्‍वर और प्रभु येशु मसीह में थिस्‍सलुनीके नगर की कलीसिया के नाम पौलुस, सिल्‍वानुस और तिमोथी का पत्र। आप को अनुग्रह तथा शान्‍ति प्राप्‍त हो!
2 जब-जब हम आप लोगों को अपनी प्रार्थनाओं में याद करते हैं, तो हम हमेशा आप सब के लिए परमेश्‍वर को धन्‍यवाद देते हैं। आपका सक्रिय विश्‍वास, प्रेम से प्रेरित आपका परिश्रम तथा येशु मसीह पर आपका अटल भरोसा-यह सब हम अपने पिता-परमेश्‍वर के सामने निरन्‍तर स्‍मरण करते हैं।
3
4 भाइयो और बहिनो! परमेश्‍वर आप को प्‍यार करता है। हम जानते हैं कि परमेश्‍वर ने आप को चुना है,
5 क्‍योंकि हमने निरे शब्‍दों द्वारा नहीं, बल्‍कि सामर्थ्य, पवित्र आत्‍मा तथा दृढ़ विश्‍वास के साथ आप लोगों के बीच शुभ समाचार का प्रचार किया। आप जानते हैं कि आपके कल्‍याण के लिए आप के बीच हमारा आचरण कैसा था।
6 आप ने हमारा तथा प्रभु का अनुसरण किया और घोर कष्‍टों का सामना करते हुए पवित्र आत्‍मा की प्रेरणा से आनन्‍दपूर्वक शुभसंदेश स्‍वीकार किया।
7 इस प्रकार आप मकिदुनिया प्रदेश तथा यूनान देश के सब विश्‍वासियों के लिए आदर्श बन गये।
8 आप के यहाँ से प्रभु का संदेश केवल मकिदुनिया तथा यूनान में फैला, बल्‍कि परमेश्‍वर में आप के विश्‍वास कि चर्चा सर्वत्र हो रही है। हमें कुछ नहीं कहना है।
9 लोग स्‍वयं हमें बताते हैं कि आप के यहाँ हमारा कैसा स्‍वागत हुआ और आप किस प्रकार देवमूर्तियाँ छोड़ कर परमेश्‍वर की ओर अभिमुख हुए, जिससे आप सच्‍चे तथा जीवन्‍त परमेश्‍वर के सेवक बनें
10 और उसके पुत्र अर्थात् येशु की प्रतीक्षा करें, जिन्‍हें परमेश्‍वर ने मृतकों में से जिलाया। यही येशु स्‍वर्ग से उतरेंगे और हमें आने वाले प्रकोप से बचायेंगे।